नया साल, नयी बात
NEW YEAR,NEW VISION यूं तो पूरे विश्व में नया साल अलग-अलग दिन मनाया जाता है, और भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में भी नए साल की शुरूआत अलग-अलग समय होती है। लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी से नए साल की शुरूआत मानी जाती है। चूंकि 31 दिसंबर को एक वर्ष का अंत होने के बाद 1 जनवरी से नए अंग्रेजी कैलेंडर वर्ष की शुरूआत होती है। इसलिए इस दिन को पूरी दुनिया में नया साल शुरू होने के उपलक्ष्य में पर्व की तरह मनाया जाता है। चूंकि साल नया है, इसलिए नई उम्मीदें, नए सपने, नए लक्ष्य, नए आईडियाज के साथ इसका स्वागत किया जाता है। नया साल मनाने के पीछे मान्यता है कि साल का पहला दिन अगर उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाए, तो साल भर इसी उत्साह और खुशियों के साथ ही बीतेगा। लेकिन क्या वास्तव मे ऐसा होता हे, शायद आपका उत्तर होगा नहीं चूंकि हम जैसा सोचते है वेसा कभी नहीं होता, अगर होता है तो भी भगवान की मर्ज़ी से तो फिर क्यू ना हम नए साल की शुरुवान कुछ अच्छी सी किताबों के साथ करे अब मे आपको बताता हु कुछ एसी किताबों के बारे मे जो हो सकता है आपके जीवन को ही बदल कर रख दे। जीने की राह :- जी हा